ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे की तुलना
भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे में कई महत्वपूर्ण अंतर देखे जाते हैं। शहरी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं अधिक विकसित होती हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी उपलब्धता सीमित रहती है।
सड़क एवं परिवहन – शहरी क्षेत्रों में सड़कें बेहतर होती हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में कच्ची या खराब सड़कें आम हैं। सार्वजनिक परिवहन भी शहरों में अधिक सुगम और विकसित होता है।
बिजली और पानी – शहरी क्षेत्रों में 24×7 बिजली और स्वच्छ पानी की आपूर्ति उपलब्ध होती है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी बिजली कटौती और स्वच्छ जल की समस्या बनी रहती है।
शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं – शहरों में उच्च गुणवत्ता वाले स्कूल, कॉलेज और अस्पताल मौजूद होते हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव देखा जाता है।
डिजिटल कनेक्टिविटी – शहरी इलाकों में इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की पहुंच बेहतर है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सुविधाओं का विस्तार धीमा है।
हालांकि, सरकार की विभिन्न योजनाओं और विकास परियोजनाओं के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार किया जा रहा है। फिर भी, शहरी और ग्रामीण इलाकों के बीच यह असमानता विकास की बड़ी चुनौती बनी हुई है।