गाँव की याद में ग्रामाीण विकास के लिए समर्पित !
गाँव की याद में ग्रामाीण विकास के लिए समर्पित !
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY)
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY)
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) भारत सरकार द्वारा 25 दिसंबर 2000 को शुरू की गई एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में हर मौसम में चलने योग्य सड़कों का निर्माण करना और अविकसित बस्तियों को मुख्य सड़कों और बाजारों से जोड़ना है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) योजना की विशेषताएँ
शुरुआत में 100% केंद्रीय प्रायोजित योजना थी।
2015-16 से केंद्र-राज्य हिस्सेदारी 60:40 कर दी गई।
उत्तर-पूर्वी और पहाड़ी राज्यों के लिए 90:10 का वित्त पोषण किया जाता है।
कचरे से बनी पर्यावरण अनुकूल सड़कें (Plastic Waste Roads)।
ग्रोवेल, जिओ-टेक्सटाइल और फ्लाई ऐश जैसी नई तकनीकों का उपयोग।
अब तक 1,00,000+ किलोमीटर सड़कें हरित तकनीकों से बनी हैं।
ऑनलाइन निगरानी प्रणाली और GPS ट्रैकिंग द्वारा काम की गुणवत्ता पर नजर रखी जाती है।
तीसरे पक्ष से ऑडिट और जाँच करवाई जाती है।
1.सभी गाँवों को सड़क से जोड़ना:
मैदानी क्षेत्रों में 500+ जनसंख्या वाले गाँवों को सड़क से जोड़ना।
पहाड़ी, जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों में 250+ जनसंख्या वाले गाँवों को सड़क से जोड़ना।
2. ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता सुधारना:
पहले से बनी ग्रामीण सड़कों को मजबूत और टिकाऊ बनाना।
नए और हरित तकनीकों का उपयोग करके सड़कों की लागत और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना।
3. ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना:
शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ाना।
गाँवों को बेहतर यातायात सुविधा देना ताकि किसान और छोटे व्यवसायी बाजारों तक आसानी से पहुँच सकें।
नए सड़कों का निर्माणः उन गांवो के सड़को को जोड़ा जाता है जो पहले से कटे थे।
पुरानी सड़को का विनिर्माणः पहले से बने सड़को को चौड़ा और मजबूत बनाकर उन्हें बेहतर करना ।
ग्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोगः पर्यावरण को अनूकुल करने के लिए - प्लास्टिक, फ्लाई ऐश, कोल मिक्स इत्यादि का उपयोग।
मॉनीटरिंग सिस्टमः राज्य ग्रामीण और राष्टीय ग्रामीण एजेंसीयों के माध्यम से कार्य की निगरानी करना ।
PMGSY योजना के तहत निम्नलिखित प्रकार के के चरण निर्धारित किये गये-
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है। यह योजना ग्रामीण विकास, सामाजिक सुधार और आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार बनी हुई है।